आप शायद Maersk कंपनी का नाम सुने होंगे। बहुत से लोग इस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी समझने को इच्छुक है। हम आपको इस कंपनी की पूरी इतिहास के बारे में जानकारी देंगे। यह कंपनी कोई छोटी-मोटी कंपनी नहीं है। यह कंपनी पूरी दुनिया में जहाजें और कंटेनर सप्लाई का काम करता है। हम आपको बताएंगे Maersk कंपनी कहां की है, कंपनी कब लांच हुई कंपनी थी, इसके मालिक कौन है और यह कंपनी क्या-क्या काम करती है। Maersk कंपनी के बारे में अगर आपको पूरी जानकारी विस्तार से चाहिए तो इस आर्टिकल्स को पढ़िए।
Maersk कंपनी क्या है?
Maersk कंपनी दुनिया भर में सैकड़ों देशों में जहाज और कंटेनर का सेवा प्रदान करने वाली कंपनी है। Maersk कंपनी पूरी दुनिया में बड़े-बड़े कंपनियों को अपना जहाज और कंटेनर किराए प्रदान करता है। Maersk कंपनी जहाज और कंटेनर का निर्माण करती है। सैकड़ों देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां Maersk कंपनी से जहाज और कंटेनर में अपने माल को विदेशों में परिवहन करने के लिए लेती है।
Maersk कंपनी का इतिहास
Maersk एक डेनिस (Danmark) कंपनी है। कंपनी का मुख्य नाम AP Moller-Maersk A/S है। कंपनी का स्थापना 1904 में हुआ था। इसका मुख्यालय डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में स्थित है। Maersk के मालिक का नाम A.P. Moller - Maersk A/S है। इनके पास 750 से ज्यादा जहाजें और 14 लाख से ज्यादा कंटेनर उपलब्ध है। पूरी दुनिया में 125 देशों से ज्यादा में यह अपना जहाज और कंटेनर सप्लाई करते है। पूरी दुनिया में 395 साल से ज्यादा बंदरगाहों पर Maersk जहाज और कंटेनर जाता है। 1 लाख से ज्यादा कर्मचारी Maersk कंपनी के लिए काम करती है।
Maersk कंपनी दुनिया में सिर्फ जहाज और कंटेनर सप्लाई करने के लिए मशहूर नहीं है। बल्कि इसके और भी अन्य कई काम है जिसकी वजह से भी यह जाना जाता है। यह कंपनी लॉजिस्टिक्स सेवाएं, डिजिटल लॉजिस्टिक्स समाधान, तेल और गैस आदि भी दुनिया को प्रदान करता है। 2024-25 में Maersk कंपनी का 65.05 बिलियन डॉलर का टर्नओवर है। Maersk कंपनी का भारत के साथ रिश्ता हमेशा अच्छा ही रहा है। भारत के कई राज्य में इनके जहाज और कंटेनर से आयात और निर्यात होता है।
Maersk कंपनी कैसे काम करती है
हमारे इस लाइन पर आप थोड़ा ध्यान दीजियेगा। क्या दुनिया में जितनी भी बड़ी-बड़ी कंपनियां है जो देश-विदेश में समुद्री मार्ग के द्वारा अपना माल सप्लाई करते है क्या वह अपनी खुद की जहाज और कंटेनर पर माल सप्लाई करते है। जी नहीं दोस्तों अधिकांश बड़ी-बड़ी कंपनियों के पास ना तो अपना जहाज होता है और ना ही अपना माल रख कर भेजने के लिए कंटेनर होता है। फिर भी वह जहाज में कंटेनर भर भर के समुद्री मार्ग के द्वारा कई देशों में अपना माल भेजते है।
यह Maersk जैसी कंपनियों को वजह से संभव होता है। Maersk जैसे कंपनी जहाज और कंटेनर किराए पर देती है और उसमें अपना माल भर के अन्य देशों में आयात और निर्यात किया जाता है। उदाहरण के के लिए जैसे भारत में केरल के समुद्री बंदरगाहों पर Maersk कंपनी डिमांड के हिसाब से अपना जहाज और कंटेनर भेजती है और भारतीय कंपनी उस जहाज में रखें कंटेनर में अपना माल लोड करके अन्य देशों में अपना माल आयात और निर्यात करती है।
Maersk Tare Weight
कंपनी को Maersk कंपनी से कंटेनर लेने के लिए Tare Weight की प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है। Tare Weight का मतलब खली कंटेनर का भार होता है। Maersk कंपनी किसी अन्य कंपनी को कंटेनर देने से पहले कंटेनर का खली भार देख लेने को बोलता है। ताकि कंटेनर में माल भरने के बाद कंटेनर का कुल वजन भी होता है। उद्धरण के लिए खली कंटेनर का भार हो 350 किलोग्राम है और उसके में माल 300 किलोग्राम भर देने पर कंटेनर का कुल बजन 650 किलोग्राम हो जायेगा।
Maersk से बुकिंग कैसे होता है
हम आपको बताने जा रहे है कि Maersk कंपनी से अन्य कंपनियां जहाज और कंटेनर की सेवाएं कैसे लेती है। जिस कंपनियों को Maersk से जहाज और कंटेनर की सेवाएं चाहिए वह उनकी वेबसाइट और ओफ्फिकल तरीके से जाकर बुकिंग करते है।
Maersk की भारत में सेवाएं
Maersk कंपनी भारतवर्ष में भी अपना जहाज और कंटेनर का सेवा प्रदान करता है। भारत में पश्चिम बंगाल, मुंबई, कर्नाटक, केरल, गोवा, गुजरात और सिक्किम आदि शहरों के बंदरगाह पर अपना सेवाएं भेजती है।
Maersk का पूरा नाम क्या है?
कंपनी का पूरा नाम AP Moller-Maersk A/S है।
Maersk कंपनी का मालिक कौन है?
A.P. Moller - Maersk A/S है।
Maersk किस देश का है?
Maersk Danmark की कंपनी है।
Maersk का पूरा टर्नओवर क्या है?
2024-25 में Maersk कंपनी का 65.05 बिलियन डॉलर का टर्नओवर है।