UPI New Rules From August 2025: 1 अगस्त 2025 से UPI के नियमों में 5 बड़ी बदलाव | बार बार बैलेंस चेक करने पर

KISHAN JHA
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 अभी के समय में से जिन लोगों के हाथ स्मार्टफोन है वह UPI का उपयोग जरूर करते है। UPI से हर जगह ऑनलाइन पेमेंट कर रहे है। परंतु लोगों को UPI से जुड़ी भारत सरकार के द्वारा लेटेस्ट अपडेट या नए रूल्स के बारे में पता नहीं होता है। क्योंकि लोग ऑनलाइन पेमेंट करने से मतलब रखते है। UPI में भारत सरकार के द्वारा आए नए नियमों को नहीं जानते है। ग्राहकों को सभी नए नियमों को भी जानना चाहिए कि UPI से पेमेंट करने का सरकार द्वारा नए नियम क्या है। 



दोस्तों भारत सरकार ने 1 अगस्त 2025 से ही UPI में बहुत बड़ी बदलाव करने जा रही है। अगर आप UPI का इस्तेमाल करते है तो UPI में आए इस नई नियम को आपको जरूर समझना चाहिए। क्योंकि इस नियम में बहुत सारी चीज लिमिट कर दी गई है। जिस से आपको कठिनाई आ सकती है। उसके बाद आपको लगेगा कि मेरे UPI में कुछ प्रॉब्लम हुई है। इसलिए हम आपको आरबीआई के द्वारा निर्धारित किए गए UPI के नए नियमों को बताने जा रहे है। इस आर्टिकल्स को पूरा पढ़िए और समझिए। 


UPI में 5 नियमों में बदल


UPI में कुल 5 नियमों में बदलाव किए गए है। यह बदलाव नहीं बोला जा सकता है। क्योंकि यह 5 चीज पहले भी UPI में लागू थे। इन 5 चीजों में लिमिट लगा दी गई है। हम आपको बताने जा रहे है कि यह 5 कौन से बदलाव है। नीचे हम आपको आए 5 बदलाव के लिस्ट जारी किए है।


  1. बैलेंस चेक लिमिट 
  2. बैंक खाता चेक लिमिट 
  3. Autopay के समय में बदलाव 
  4. Payment Status चेक लिमिट 
  5. Payment Reversal लिमिट 


यह 5 लिमिट लगाई गई है। हम आपको इन सभी लिमिट और बदलाव को विस्तार से बताने जा रहे है नीचे ध्यानपूर्वक पढ़े और समझे। 


1. बैलेंस चेक लिमिट


अभी तक UPI  में बैलेंस चेक करने की कोई भी लिमिट नहीं थी। आप दिन में जितनी बार मर्जी उतनी बार अपने बैंक खाते की बैलेंस को चेक कर सकते थे। लेकिन अब आपके बैलेंस चेक पर लिमिट लगा दी गई है। 1 अगस्त 2025 से अब आप एक दिन में केवल 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकते है। हालांकि यह 50 बार का लिमिट से ग्राहकों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि लोग दिन में 50 बार से ज्यादा अपना बैलेंस चेक नहीं करते है। यह संख्या यूजर्स के लिए पर्याप्त है। 


2. बैंक खाता चेक लिमिट


1 अगस्त 2025 से ग्राहक UPI एप्लीकेशन में अपने बैंक खाते से जुड़ी डिटेल को 25 बार चेक कर पाएंगे। यानी कि आपका UPI में कौन-कौन से बैंक जुड़े हुए है या अन्य बैंक से जुड़ी डिटेल चेक करने के लिए आप सिर्फ दिन में 25 बार ही देख पाएंगे। यह संख्या भी ग्राहकों के लिए पर्याप्त है। क्योंकि ग्राहक UPI एप्लीकेशन में बैंक से जुड़ी डिटेल्स दिन में 25 बार मुश्किल से ही देखते होंगे।


3. Autopay के समय में बदलाव


यह बदलाव UPI ग्राहकों को थोड़े से परेशान और निराश कर सकता है। UPI ग्राहक अभी तक किसी भी जगह Autopay मोड को ऑन करते थे और Autopay की समय में कोई लिमिट ना लगी हुई थी कभी भी Autopay  हो जाता था। लेकिन अब UPI से Autopay की समय लिमिट लगा दी गई है। 


अब Autopay से Autopay सुबह के 10:00 से पहले और दोपहर 1:00 से लेकर शाम के 5:00 बजे तक ही हो पाएगा। इन समय के बाद के समय में Autopay कम नहीं करेगा। बहुत से ग्राहक कई जगह Autopay मोड ऑन कर देते है। ताकि उनको बार-बार वहां जाकर पेमेंट ना करना पड़े। तो आप अब ध्यान रखें कि इसी समय अनुसार आपका Autopay होगा।


4. Payment Status चेक लिमिट


UPI से आप किसी को पेमेंट करने के बाद एक बार दो बार या फिर कई बार पेमेंट स्टेटस जरूर चेक करते होंगे की पेमेंट सही से गया या नहीं। पेमेंट गया उसकी समय क्या थी या अन्य कई कारणों से आप पेमेंट स्टेटस बार-बार चेक करते रहे होंगे। परंतु अब इस पर लिमिट लगा दी गई है। 1 अगस्त एक दिन में आप किसी पेमेंट स्टेटस 3 बार ही देख पाएंगे। 


यानी कि किसी एक इंडिविजुअल व्यक्ति को पेमेंट करते है तो उनकी पेमेंट स्टेटस को दिन में 3 बार देख पाएंगे। यह 3 बार पेमेंट स्टेटस देखने के लिए हर बार पेमेंट स्टेटस देखने के बाद 90 सेकंड के बाद आप दूसरी बार पेमेंट स्टेटस देख सकते है। यानी की पेमेंट स्टेटस चेक करने के दौरान 90 सेकंड की गैप होना अनिवार्य है। 90 सेकंड के बाद ही आप दोबारा पेमेंट स्टेटस देख सकते है वह भी सिर्फ 3 बार।


5. Payment Reversal लिमिट


अभी तक आप Payment Reversal यानी कि चार्जबैक असीमित बार मांग कर सकते थे। परंतु इस पर भी अब लिमिट लगा दी गई है। 1 अगस्त से आप किसी एक व्यक्ति से 30 दिनों में 10 बार ही चारजबैक यानी की Payment Reversal का मांग सकते है।


ये 5 बदलाव किए गए है। आशा करता हूं कि आपको पूरी जानकारी समझ में आई होगी। इस नए अपडेट से कुछ लोग खुश भी होंगे और कुछ लोग नाराज भी होंगे। परंतु यह भारत सरकार और आरबीआई के सहमति से ली गई निर्णय है इसे ग्राहकों को पालन करना ही होगा।


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